आओ मिलकर फुटबाल खेलें
जय बम भोले जय बम भोले
भांग धतुरा पी के साधो
इधर उधर कि टीम में होलें
हम सब करें गोल पर गोल
जय रघुनन्दन जय सिया बोल
पंडित ढोंगी राम सुनो जी
तुम बस बजाओ ढोल पे ढोल
बांकी सब खेलें फुटबाल
नरक स्वर्ग सब बाद में होगी
हम भी जोगी तुम भी जोगी
फुटबाल खेलें बन कर भोगी
खेल खेलते जोर से बोलें
आओ मिलकर फुटबाल खेलें
जय बम भोले जय बम भोले
बहुत बढ़िया .......
जवाब देंहटाएंक्या आप के बेटे के पास भी है सच्चे दोस्त ????
सुंदर रचना.
जवाब देंहटाएंगजेन्द्र जी और अनामिका जी बहुत शुक्रिया आपकी सराहना का !
जवाब देंहटाएंVery intersting.. poem n pic both.. :)
जवाब देंहटाएंthanks monali ji pic ko dekh kar jo bhi dimaag mein aaya likh diya ..
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